Delta Plus Variant: वी के पॉल ने कहा कि ICMR के वैज्ञानिक आकलन के अनुसार दोनों टीके डेल्टा प्लस समेत कोरोना के विभिन्न स्वरूपों के विरुद्ध प्रभावी हैं
Covishield Gap: सरकार ने 13 मई को कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच के अंतराल को 6-8 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह कर दिया था.
Covaxin: बायोलॉजिकल लाइसेंस एप्लीकेशन के तहत कोवैक्सीन को अमेरिकी मंजूरी मिलने में थोड़ा और वक्त लग सकता है.
दुनियाभर में टीकों की आपूर्ति में असमानताओं के मद्देनजर G7 नेताओं पर वैश्विक टीका साझा कार्यक्रम की रूपरेखा बताने का दबाव बढ़ता जा रहा है.
WHO की इमरजेंसी इस्तेमाल सूची में शामिल वैक्सीन को भारत में फास्ट-ट्रैक करने की अनुमति है. इन वैक्सीन को ड्रग रेगुलेटर DCGI से ब्रिजिंग ट्रायल की छूट है.
Co-Win: सरकार ने 'को-विन' (Co-Win) एप के जरिए जनता को एक मंच प्रदान किया, जिस पर टीकाकरण से जुड़ी सारी जानकारियां उपलब्ध हैं.
COVAXIN के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए WHO-जेनेवा में आवेदन दिया गया है. कंपनी को उम्मीद है कि जुलाई-सितंबर के बीच WHO से वैक्सीन को मंजूरी मिल जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 2,67,110 डोज आपूर्ति करने की प्रक्रिया में हैं और तीन दिन के भीतर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुहैया करा दी जाएगी.
Nasal Vaccines: WHO के मुताबिक कुल 7 इंट्रानेजल वैक्सीन पर काम जारी है. इनका क्लिनिकल ट्रायल यूके, यूएस, भारत, चीन जैसे देशों में जारी है.
Sputnik-V: भारत में स्पुतनिक-V की 15.6 करोड़ वैक्सीन डोज बनाए जाने की उम्मीद है. देश में जुलाई से इसका प्रोडक्शन शुरू होगा